कोरोना संक्रमण ने अन्य क्षेत्रों के साथ-साथ परीक्षाओं को भी बुरी तरह से प्रभावित किया है और इससे शिक्षा क्षेत्र अत्यन्त चिंतन की स्थिति में है, विद्यार्थी व प्रतियोगी वर्ग अनिश्चितता की स्थिति में बेहद परेशान है।
उक्त समस्या को ध्यान में रखकर ही अब जब कोरोना संक्रमण की संख्या में कमी आ रही है, तब 12वीं बोर्ड की परीक्षा सहित अन्य सभी प्रतियोगी एवं प्रवेश परीक्षाओं को ध्यान में रखकर केन्द्र सरकार ने राज्य सरकारों के साथ विचार-विमर्श करने का फैसला किया है। इसे लेकर माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर आज रविवार को वर्चुअल बैठक का आयोजन रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की नेतृत्व में होना तय हुआ है। इसमें सभी राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों के शिक्षामंत्रियों तथा परीक्षा संपन्न कराने वाली एजेंसियों के साथ गहन विचार-विमर्श किया जाएगा।इस वर्चुअल बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के अतिरिक्त केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी तथा सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावेडकर भी सम्मिलित होंगे।
इस बाबत उच्च स्तरीय बैठक से पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री निशंक ने सभी राज्यों को पत्र भी लिखा है, जिसमेें कहा गया है कि कोरोना संक्रमण के चलते देश में परीक्षाओं का पूरा कार्यक्रम ही अस्त-व्यस्त हो चुका है।12वीं की परीक्षाओं का प्रभाव पूरे देश में सभी परीक्षाओं पर पड़ता है, प्रतियोगी परीक्षाएं भी स्थगित हैं, उच्च शिक्षण संस्थान भी परीक्षा तिथियों को लेकर चिंतन-मनन में लगे हुए हैं, अतः इस पर नए तरीके से विचार-विमर्श की आवश्यकता है।
ध्यान रहे कि न केवल 12वीं बोर्ड, उच्च शिक्षण संस्थान से संबंधित परीक्षाएं अपितु समस्त प्रतियोगी परीक्षाएं, जिसमें लोक सेवा आयोग संबद्ध परीक्षाएं व आई आई टी मेंस/एडवांस इत्यादि —-सभी पर अत्यन्त प्रतिकूल प्रभाव कोरोनावायरस के संक्रमण ने डाला है।